कप्तान प्रीति चौधरी निबंध हिंदी में
भारतीय सेना में एकमात्र महिला आकस्मिक कमांडर कप्तान प्रीती चौधरी ने मंगलवार को अपग्रेडेड शिलिका हथियार प्रणाली का नेतृत्व किया|
क्योकि यह इस साल पहली बार 72 वें गणतंत्र दिवस पे पेश किया गया|
Schilka हथियार सिस्टम आधुनिक रडार और डिजिटल फायर कण्ट्रोल कंप्यूटर से लैस है | यह ज़मीन पर 2 किलोमीटर तक और दुश्मन में लगभग 2 .5 किलोमीटर तक दुश्मन के ठिकानों को देख और निशाना बना सकता है , कप्तान प्रीती चौधरी ने पत्रकारों को बताया |
उन्होंने 2016 में राजपथ पे गणतंत्र दिवस परेड में राष्ट्रीय कैडेट कोर के साथ कैडेट के रूप में मार्च किया था |
इन्हें चेन्नई में ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी (OTT) में एक आल-राउंड कैडेट होने के लिए सोर्ड ऑफ़ हॉनर (sword of honor) से सम्मानित किया जा चूका है |
कप्तान प्रीति चौधरी का जीवन
एक आर्मी अफसर की बेटी , प्रीती चौधरी हमेशा से ही वर्दी से मोहित थी |
पिता इन्द्र सिंह की तरह, जो कि एक आनरेरी रिटायर्ड कप्तान हैं, चौधरी ने इस पाठ्यक्रम में टॉप किया |
साथ ही में इन्होने मेरिट में दूसरा स्थान हासिल करा और सिल्वर मेडलिस्ट बानी |
प्रीती एक ऑटोमोबाइल डिज़ाइन इंजीनियर हैं |