बहरे बंदर का सबक – Hindi Short story for Kid
एक समय की बात है, एक घने जंगल में दो मेंढ़क नामक मेंढ़क बसे थे।
वे एक-दूसरे के सबसे अच्छे दोस्त थे और उन्हें पानी की कमी से चिंता होती थी।
जब जंगल के धूप में तेज सूरज चमकता था, तो झीलें और नदियाँ सूखने लगती थीं, जिसके कारण मेंढ़कों को बहुत प्यास लगने लगी।
मेढ़कों ने एक समाधान ढूंढ़ने का निर्णय किया और वे पानी की नई खोज के लिए निकल पड़े।
वे जंगल के हर कोने में उछाल-कूद कर घूम रहे थे। खोज करने के कई घंटों बाद, उन्होंने इंसानों द्वारा खोदे गए एक गहरे गड्ढे को पाया।
जंगल की मित्रता – Hindi Story for kids
जब उन्होंने गड्ढे के नीचे पानी दिखाई दी, तो उनका मन आशा से भर गया।
जल की प्यास बुझाने के इच्छुक होकर, मेढ़कों ने बिना सोचे-समझे गड्ढे में कूद गए। उनकी दुःखद बात यह थी कि उन्हें गड्ढे से बाहर चढ़ना मुश्किल था।
वे परेशान हो गए जब उन्होंने यह समझा कि वे फंस गए हैं।
बहरे बंदर का सबक – Hindi Short story for Kid
मेढ़कों को अनजाने में एक बहरा बंदर चार्ली नामक बंदर दिखाई दिया।
चार्ली, जो उनकी मदद के लिए बहरे थे, दरवाजे की तरफ देखने लगे। चार्ली ने फ्रेड और लिली की मदद करने का फैसला किया।
उसके दिमाग में एक चालाक विचार था। वह पत्तियों और टहनियों को इकट्ठा करने लगा।
वह उन्हें गड्ढे में डाल दिया, जिससे मेढ़कों के लिए असाधारण सीढ़ी बन गई। फ्रेड और लिली, कृतज्ञता भरी आभार भरे हुए, सीढ़ी पर चढ़ गए और आज़ादी की ओर चढ़ने लगे।
ज्ञान का कटोरा – Hindi Story for kids
मेढ़कों के बचाव में जीते हुए चार्ली पर अच्छा भला बोल रहे फ्रेड और लिली ने धन्यवाद दिया।
चार्ली, जो उनके शब्दों को नहीं सुन सकते थे, उनकी कृतज्ञता की इशारों को समझ गए। उनके कर्मों के माध्यम से, फ्रेड और लिली ने चार्ली को उनकी आभार व्यक्त की।
कहानी का सीख यह है कि दया और सहानुभूति भाषा बाधाओं को पार कर जाती हैं।
हालांकि चार्ली बहरा था, लेकिन उसने फ्रेड और लिली की समस्या को समझा और मदद की।
हमें हमेशा दूसरों की मदद करने की कोशिश करनी चाहिए और सभी को सम्मान देना चाहिए, चाहे वे बात करें या नहीं।
बहरे बंदर का सबक – Hindi Short story for Kid