आदर्श विद्यार्थी या अच्छा छात्र- short essay
जिस विद्यालय में अच्छे विद्यार्थी होते हैं वह विद्यालय एक आदर्श विद्यालय माना जाता है।
उस विद्यालय में अधिक छात्र पास होते हैं।इसलिए हम सबको एक आदर्श विद्यार्थी या आदर्श छात्र बनना चाहिए।
एक आदर्श विद्यार्थी का भविष्य उज्जवल होता है।उस में सब प्रकार के अच्छे गुण होते है। वह कभी झूठ नहीं बोलता है।
अपने माता-पिता व गुरुजनों का सम्मान करता है।वह अपने सहपाठी भाइयों के साथ प्रेम से रहता है।
किसी भी लड़के से लड़ाई झगड़ा नहीं करता है।किसी के लिए बुरे शब्दों का प्रयोग नहीं करता है।
किसी की कोई चीज़ नहीं चुराता है।जब भी कोई दूसरों चीज़ मिलती है तो उसको वह तुरंत अपने अध्यापक को दे देता है।
एक आदर्श विद्यार्थी की दिनचर्या भी आदर्श होती है। वह प्रतिदिन प्रातः जल्दी उठता है। प्रायः व्यायाम करता है।
इससे स्वास्थ्य में भी लाभ होता है।फिर समय पर वह खाता है। समय पर खेलता भी है।अपना ग्रह कार्य भी समय से करता है।
हर रोज़ विद्यालय जाता है।अच्छा लड़का न तो देर से विद्यालय आता है और न ही जल्दी जाता है।
घर में समय पर पढ़ाई करता है और माता-पिता के कार्यों में भी सहयोग देता है। रात को ठीक समय पर सो जाता है।
एक अच्छा छात्र सदैव विद्यालय के नियमों का श्रद्वापूर्वक पालन करता है। कक्षा में अध्यापक की बात को ध्यनापूर्वक सुनता है।
अपने अध्यापकों की आज्ञा का पालन करता है।जो भी ग्रह कार्य दिया जाता है उसको समय पर कर के लाता है।
सदा साफ़ वर्दी पहन कर आता है। विद्यालय के सभी कार्य-क्रमों में बड़े हर्ष से भाग लेता है।
इसलिए सभी छात्रों को एक आदर्श छात्र बनना चाहिए। इससे उसका अपना भविष्य सुधरता है और उनके माता-पिता व विद्यालय का नाम भी बहुत ऊँचा होता है।आगे चल कर देश के निर्माण कार्य में सहायक सिद्ध होता है।