व्यायाम का महत्व- short essay in Hindi

हमारे गुरूजन बताते हैं कि जिस प्रकार शरीर के लिए भोजन व पानी आवश्यक है।

उसी प्रकार शरीर को स्वस्थ रखने के लिए व्यायाम भी ज़रूरी है।

व्यायाम के बिना मनुष्य का शरीर रोगी हो जाता है। उसके अंदर आलस्य व नींद अधिक आने लगती है।

इसलिए वह मन लगाकर कोई भी कार्य नहीं कर सकता है। व्यायाम कई प्रकार के होते है।

आसनों का अभ्यास करना सबसे उत्तम व्यायाम बताया गया है। बचपन में बालक हर प्रकार के आसन सरलता से कर लेता है। बड़े होने पर कई आसन हो ही नहीं सकते है।

इसलिए अच्छे जानकार व्यक्ति की देख-रेख में आसन बचपन से ही करने चाहिए।

घूमना व दौड़ना भी एक अच्छा व्यायाम है। प्रातः काल का भ्रमण सबसे उत्तम व्यायाम है। प्रतिदिन भ्रमण करने से शरीर स्वस्थ होता है और बुद्धि का विकास होता है।

दौड़ लगाने से शरीर के सभी अंग संचालित हो जाते हैं जिससे शरीर में तेज़ी से खून दौड़ता है।

इससे शरीर में दिन भर फुर्ती रहती है और भोजन भी जल्दी से पचता है।खेल भी एक प्रकार का व्यायाम है। खेलों में उछल-कूद से सभी अंग संचालित होते है।

प्रायः बच्चों को खेल करने से व्यायाम के सारे लाभ मिल जाते है।इससे एक ओर शरीर में फुर्ती आती है तो दूसरी तरफ़ हार जीत के कारण मन में उत्सुकता बनी रहती है।

खेल बच्चों के लिए सर्वोत्तम व्यायाम है। व्यायाम करने से शरीर में स्फूर्ति व ताजगी बनी रहती है।

व्यायाम न करने वाले छात्रों को पढ़ते-पढ़ते नींद आ जाती है।ऐसे लड़के अधिकतर बीमार रहते हैं।

जिस लड़के का शरीर स्वस्थ रहता है, उसका दिमाग़ भी स्वस्थ रहता है।बीमार व रोगी शरीर में रोगी दिमाग़ ही निवास करता है।

व्यायाम करने वाले लड़के का शरीर तो स्वस्थ होता ही है।साथ ही साथ  वह पढ़ाई में भी निपुण होता है और अच्छे नंबरों से पास होता है।

इसलिए दिमाग़ व शरीर दोनों को स्वस्थ रखने के लिए हमें व्यायाम ज़रूर करना चाहिए।

 

 

 

 

 

 

 

 


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