मेरा विद्यालय- short essay in Hindi
हम सब विद्या ग्रहण करने के लिए विद्यालय जाते हैं।वहाँ से विद्या प्राप्त करते हैं।मे विद्यालय का नाम आदर्श प्राथमिक विद्यालय है।
यह हमारे शहर के बीच में है।मेरा विद्यालय मेरे घर के नज़दीक है।मेरे विद्यालय का भवन बड़ा सुंदर है।
इसमें दस कमरे हैं।प्रत्येक कमरे में खिड़की व रोशनदान हैं।एक कमरा मुख्याध्यापक के लिए भी है।
एक कमरा स्टाफ़ के लिए है।एक कमरा लाइब्रेरी या सहायक सामग्री रखने के लिए है।
कमरों के आगे बरामदे है। बरामदों की दीवारों पर सुंदर सुंदर वाक्य लिखे हुए है।
कमरों में छात्रों के बैठने के लिए डेस्क लगे हुए है।प्रत्येक कमरे में एक श्यामपट लगा हुआ है।
मेरे विद्यालय में पाँच कक्षाएँ चलती है।प्रत्येक कक्षा के दो-दो वर्ग हैं। इस प्रकार सारे विद्यालय में दस वर्ग हैं।
प्रत्येक वर्ग में चालीस छात्र पढ़ते है।इस प्रकार विद्यालय में 400 विद्यार्थी पढ़ते हैं।सभी विद्यार्थी प्रतिदिन साफ़ वर्दी पहन कर आते हैं।
मेरे विद्यालय में कुल दस अध्यापक है। एक मुख्याध्यापक है। एक चपरासी, एक वाटर मेन व एक चौकीदार है।
विद्यालय के सभी अध्यापक अपनी-अपनी कक्षाओं को बड़ी लगन से पढ़ाते हैं।मुख्याध्यापक जी सभी व्यवस्था को सम्भालते है।
मेरे विद्यालय में बहुत अच्छी पढ़ाई होती है। प्रत्येक अध्यापक अलग-अलग कक्षाओं को पढ़ाते हैं।
वे सभी छात्रों को बड़े प्यार से समझते और पढ़ाते है। प्रातः प्रार्थना करके सभी छात्र अपनी अपनी कक्षाओं में बैठते है।
फिर हमारे अध्यापक कक्षा में आकार पढ़ाना शुरू करते है। चार पीरियड के बाद आधी छुट्टी होती है।
आधि छुट्टी में हम सब खेलते हैं। फिर दुबारा पढ़ाई शुरू होती है। अंत में छुट्टी हो जाती है।
मेरे विद्यालय में एक खेल का मैदान भी है। हमारे अध्यापक हमें विभिन्न प्रकार के खेल सिखाते हैं।
शनिवार को बाल सभा होती है। समय-समय पर यहाँ कई उत्सव भी मनाये जाते है। मुझे मेरा विद्यालय बहुत पसंद है।