कौआ और चिड़िया – moral story in Hindi
kauwa aur chidiya ki naitik kahani Hindi me
एक बार की बात है, बहुत दूर एक जंगल में एक चिड़ियाँ अपने बच्चों के साथ एक पेड़ पर घोंसला बना कर रहती थी। एक दिन रात को बहुत तेज़ बारिश आयी और हवा भी बहुत तेज चल रही थी।
तेज हवा के कारण बिचारी चिड़िया का घोंसला उड़ गया। चिड़िया और उसके बच्चे जमीन पर गिर गए।
चिड़िया मदद के लिए, पास में ही रहने वाले कौए के पास गयी। वहाँ जाकर वे कौवे से बोली जब तक बारिश नहीं रूकती। मुझे और मेरे बच्चे को अपने घर में रहने दो।
लेकिन कौए ने चिड़िया को मना कर दिया। बिचारी चिड़िया वहाँ से निराश होकर चली गई।
बारिश रुकने के बाद चिड़िया ने उसी पेड़ पर अपना पक्का घर बना लिया। कुछ समय बाद बहुत तेज़ का तूफ़ान आया। जिस के कारण कौए का घोसला टूट गया।
ग़ुस्सैल बच्चा- moral story in Hindi
अब कौए, तेज तूफ़ान में अपने बच्चों के साथ चिड़ियाँ के घर गया और वहाँ उससे रुकने की विनती की।
चिड़ियाँ बहुत दयालु थी। उसने कौए और उसके बच्चों को वहाँ रुकने दिया।यह देखकर कौए को अब बहुत शर्मिंदगी हुई की उसने चिड़िया को अपने घर पर रुकने के लिए मना कर दिया था फिर भी चिड़ियाँ ने आज उसकी मदद की।
इसके बाद कौआ और चिड़ियाँ बहुत अच्छे दोस्त बन गए।
शिक्षा:
हमें हमेशा दूसरों की मदद के लिए तैयार रहना चाहिए।
crow and bird moral story in Hindi