अब खुशी- moral story in Hindi
एक बार की बात है, एक दिन तेनाली रामा ने अपने दोस्त के साथ समय बिताने का सोचा| इसके लिए वह और उसका दोस्त समुन्द्र के किनारे झूले पर लेटे हुए थे और कोमल समुद्री हवा का आनंद ले रहे थे।
यह एक बहुत खूबसूरत दिन था, और दोनों पुरुष साथ में बहुत खुश हो रहे थे और साथ में जोर-जोर से मुस्कुरा रह थे।
मुट्ठी भर अनाज और सिक्के- moral story in Hindi
अपने दोस्त को इस तरह मुस्कुराते हुए देखकर, तेनाली ने पूछा कि इसका क्या कारण है?
उनके दोस्त ने मुस्कुराते हुए कहा कि वह उस दिन के बारे में सोच रहा था, जब वह वास्तव में बहुत खुश होगा।
तेनाली रामा ने यह सुनकर उससे पूछा कि “वह कब है?”
उनके दोस्त ने रामा को समझाते हुए कहा कि वह दिन तब आएगा जब वह समुद्र के किनारे एक घर बना लेगा, उसके पास आरामदायक पालकी होगी, बहुत पैसे होंगे, एक सुंदर पत्नी और चार बेटे जिनको वह बहुत शिक्षित करेगा और बहुत पैसा कमाएगा, तभी वह वास्तव में बहुत खुश महसूस करेगा।
इस एकालाप को बाधित करते हुए, तेनाली ने अपने दोस्त से पूछा कि,आखिरकार, यह सब पाने के वह क्या करेंगा?
11 अकबर और बीरबल की कहानी हिंदी में
यह बात सुनकर उनके दोस्त ने जवाब देते हुए बोला कि इस सब के बाद, वह अपने पैरों को ऊपर रखेगा, समुद्र की हवा को महसूस करेगा और अपने चेहरे पर सूरज की किरणों का आनंद लेगा|
यह सारी बाते सुनकर तेनाली रामा ज़ोर-ज़ोर से ठहाके लगाने लगे और अपने दोस्त से बोले, “लेकिन क्या आप अभी ऐसा नहीं कर रहे हैं? तो सिर्फ इसके लिए इतनी सारी मेहनत क्यों!”
शिक्षा:
जिस पल में हम रह रहे हमें उस पल में खुश रहना चाहिए|