<iframe src="https://embeds.beehiiv.com/79d83700-bfcf-4eb5-a1bc-3b25d89d6464" data-test-id="beehiiv-embed" width="100%" height="320" frameborder="0" scrolling="no" style="border-radius: 4px; border: 2px solid #e5e7eb; margin: 0; background-color: transparent;"></iframe>

असली माँ – moral story in Hindi 

asli maa naitik kahani hindi me

एक बार की बात है, एक गाँव में दों महिलाएं एक बच्चे को लेकर लड़ रही थीं। “वह मेरा बच्चा है, उसे अकेला छोड़ दो,” लाल साड़ी वाली महिला यह कहकर रो पड़ी।

बेचारा बच्चा बोलने के लिए बहुत छोटा था। “नहीं, वह मेरा है,” हरी साड़ी में महिला रोकर बोली।

कुछ ही देर में वहां पर बहुत भीड़ जमा हो गई। गाँव के बुजुर्ग झगड़ने वाली महिलाओं को एक बुद्धिमान व्यक्ति के पास ले गए।

गाँव के उस बुद्धिमान व्यक्ति ने लाल साड़ी वाली महिला से पूछा, “तुम्हें क्या कहना है?”

“यह मेरा बच्चा है। मैं नदी के किनारे अपने बेटे को छोड़कर नहाने गई थी। इस महिला ने मेरे बच्चे को उठा लिया और वहां से भाग गई। मैंने जल्दी से कपड़े पहने और उसके पीछे भागी,” महिला ने अपनी सफ़ाई में जवाब देते हुए कहा।

अब उस व्यक्ति ने दूसरी महिला को बोलने के लिए कहा।

झांसी की रानी लक्ष्मीबाई- essay in Hindi

“यह औरत झूठी है। मैं वही थी जो नदी में नहा रही थी। यह मेरी इकलौती संतान है। यह औरत वहां आई, और मेरे बच्चे को उठाकर भाग गई। सौभाग्य से मैं इसे पकड़ पाई,” दूसरी महिला ने कहा।

यह नाटक देख रहे ग्रामीणों को समझ नहीं आ रहा था कि किस पर विश्वास करें। तभी बुद्धिमान व्यक्ति उठ खड़ा हुआ।

उसने एक टहनी का उपयोग करते हुए जमीन पर एक रेखा खींची। उसने दोनों महिलाओं को रेखा के दोनों ओर खड़े होने के लिए कहा, और बच्चे को बीच में रख दिया।

फिर उस व्यक्ति ने निर्देश उनको दिया था, एक महिला ने बच्चे का बायां हाथ और दूसरे ने उसका दाहिना हाथ पकड़ रखा था।

“अब मेरी बात ध्यान से सुनो,” बुद्धिमान व्यक्ति ने यह बोलते हुए कहा, “आप दोनों को इस बच्चे को अपनी तरफ खींचना है। बच्चा उसी का है जो उसे अपनी तरफ घसीट लेगा।”

लाल साड़ी वाली महिला ने पूरी ताकत से बच्चे को अपनी तरफ खींच लिया। जैसे ही बच्चा दर्द से रोया, दूसरी औरत ने उसे जाने दिया।

भालू और दो दोस्त – moral story in Hindi 

“यह बच्चा मेरा है,” लाल साड़ी वाली महिला अपनी विजय में चिल्लाई| दूसरी तरफ हरी साड़ी वाली महिला दूसरी तरफ खड़ी होकर आंसू बहा रही थी।

“रुको,” बुद्धिमान व्यक्ति ने ग्रामीणों की ओर मुड़ते हुए कहा, “आपको क्या लगता है कि इस बच्चे को कौन अधिक प्यार करता है? वह जिसने बच्चे को अपनी तरफ खींचा या जिसने बच्चे को जाने दिया?”

गाँव वालों ने उत्तर दिया, “वह जो इस बच्चे को जाने देती है, वही बच्चे को अधिक प्यार करती है।”

उस व्यक्ति ने बच्चे को लाल साड़ी वाली महिला से दूर ले जाते हुए कहा, “केवल एक माँ ही अपने बच्चे के लिए कोमल हृदय रख सकती है|”

उसने बच्चे को असली माँ के हवाले कर दिया और लाल साड़ी वाली महिला को चेतावनी देकर जाने दिया गया।

शिक्षा: 

किसी भी बच्चे का दर्द उसकी माँ से ज्यादा कोई भी नहीं समझ सकता|


1 Comment

Sai Muwrali · 07/11/2021 at 10:11 am

Real mother

Leave a Reply

Avatar placeholder

Your email address will not be published. Required fields are marked *